दिल की आवाज

दिल की आवाज को इजहार-ए-इश्क कहते हैं,
झुकी निगाहों को इकरार-ए-इश्क कहते हैं,
सिर्फ जुबां से कहना ही इजहार-ए-इश्क मोहब्बत नहीं होती,
सिर्फ खामोशी से मुस्कराने को भी इकरारे-ए-इश्क कहते हैं.

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